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बुधवार, मार्च 23, 2011

अपना ब्लॉग क्यों और कैसे बनाये-2

अपने मित्रों को शामिल करें 
ब्लॉगिंग का मतलब अपने विचारों को वेब पर प्रस्तुत करने से कुछ अधिक है. यह ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ जुड़ने और उनकी सुनने के बारे में है, जो आपके कार्य को पढ़ता है और उसकी प्रतिक्रिया देने का प्रयास करता है. ब्लॉगर के साथ, आप नियंत्रित करते हैं कि कौन आपके ब्लॉग को पढ़ और लिख सकता है अपनी बातें या तो कुछ ही मित्रों को या फिर सारी दुनिया को बताएँ. ब्लॉगर की टिप्पणियाँ के द्वारा कोई भी, कहीं से भी आपके संदेशों पर प्रतिक्रिया दे सकता है. आप इस बात का चयन कर सकते हैं कि संदेश-दर-संदेश के आधार पर टिप्पणियां स्वीकार करें या नहीं, और आप किसी भी ऐसी टिप्पणी को हटा सकते हैं, जो आपको पसंद नहीं है. पहँच नियंत्रणों से आप यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपके ब्लॉग को कौन पढ़ सकता है और कौन उस पर लिख सकता है. छोटी टीमों, परिवारों और अन्य समूहों के लिए एक ज़बर्दस्त संचार उपकरण के रूप में आप एकाधिक लेखकों के समूह ब्लॉग का उपयोग कर सकते हैं. या फिर इकलौते लेखक के रूप में सामाचार संग्रह, संपर्क संग्रह करने और अपने विचारों को अपनी इच्छानुसार अधिकाधिक लोगों के साथ बांटने के लिए आप निजी ऑनलाइन स्थान भी बना सकते हैं ब्लॉगर प्रोफ़ाइल आपको उन लोगों और ब्लॉगों को खोजने में मदद करते हैं जिनकी रूचियाँ आपके जैसी हैं. आपका ब्लॉगर प्रोफ़ाइल, जहाँ आप अपने ब्लॉगों, अपनी रुचियों, और बहुत कुछ को सूचीबद्ध करते हैं, दूसरे लोगों को आपको खोजने में मदद करता है (पर तभी जब आप चाहते हों कि आपको खोजा जा सके).
अपने ब्लॉग को डिज़ाइन करें 
अगर आप नया ब्लॉग आरंभ करना चाहते हैं या फिर अपने विद्यमान ब्लॉक को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो ब्लॉगर के प्रयोक्ता-अनुकूल संपादन उपकरण आसानी से एक सुंदर पृष्ठ बनाने में आपकी सहायता करते हैं टेम्पलेट हमारा टेम्पलेटों का संग्रह आपको बिना कोई HTML सीखे तुरंत एक आकर्षक साइट बनाकर आरंभ करने देता है, हालाँकि ब्लॉगर आपको अपने HTML कोड को अपनी इच्छानुसार संपादित करने देता है. अनकूलन रंग और फ़ॉन्ट जब आप अगले चरण में जाने के लिए तैयार हों, तो आप एक ऐसा डिज़ाइन तैयार करने के लिए हमारे टेम्पलेटों को और अधिक अनुकूलित कर सकते हैं, जो पूरी तरह से आप और आपके ब्लॉग को प्रतिबिंबित करे.ड्रैग एण्ड ड्रॉप पेज़ घटक ब्लॉगर की आसान ड्रैग एण्ड ड्रॉप प्रणाली से आप आसानी से निर्धारित कर सकते हैं कि आपके संदेश, प्रोफाइल, संग्रह और अपने ब्लॉग के अन्य भाग पृष्ठ में कहां पर रहने चाहिए.
तस्वीरें पोस्ट करें  
कभी कभी आप बस एक तस्वीर साझा करना चाहते हैं. ब्लॉगर इंटरफ़ेस में तस्वीरें अपलोड करने के लिए एक बटन है. अपने कंप्यूटर से एक तस्वीर अपलोड करने के लिए बस तस्वीर बटन क्लिक करें. अगर जो तस्वीर आप अपने ब्लॉग पर रखना चाहते हैं वह पहले से ही वेब पर है तो वो भी ठीक है. बस हमें ये बताएँ कि वह कहाँ है. जब आप बाहर हों तब भी आप ब्लॉगर मोबाइल से अपनी कैमरा फ़ोन तस्वीरें सीधे अपने ब्लॉग में भेज सकते हैं.
जाएँ मोबाइल
ब्लॉगर मोबाइल आपको अपने ब्लॉग पर फोटो और पाठ को सीधे भेजने देता है जब आप चलायमान हों. आपको बस अपने फोन से go@blogger.com पर संदेश भेजना है. आपको एक ब्लॉगर खाते की भी आवश्यकता नहीं. एक नया ब्लॉग बनाने के लिए और आपके द्वारा भेजे गए फोटो और पाठ को पोस्ट करने के लिए केवल संदेश ही पर्याप्त होता है. बाद में, अगर आप अपने मोबाइल ब्लॉग के लिए दावा करना चाहते हैं या अपने संदेशों को दूसरे ब्लॉग में बदलना चाहके हैं, तो बस go.blogger.com पर साइन इन करें और ब्लॉगर द्वारा आपको फोन पर दिए गए दावा कोड का प्रयोग करें. हम US और पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय मोबाइल कैरियरों का समर्थन करते हैं. अगर Blogger Mobile आपके सेवा प्रदाता से अनुपलब्ध है, तो भी आप अपने ब्लॉग को Mail-to-Blogger का उपयोग कर पोस्ट भेज सकते हैं.(क्रमश:)

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मार्मिक अपील-सिर्फ एक फ़ोन की !

मैं इतना बड़ा पत्रकार तो नहीं हूँ मगर 15 साल की पत्रकारिता में मेरी ईमानदारी ही मेरी पूंजी है.आज ईमानदारी की सजा भी भुगत रहा हूँ.पैसों के पीछे भागती दुनिया में अब तक कलम का कोई सच्चा सिपाही नहीं मिला है.अगर संभव हो तो मेरा केस ईमानदारी से इंसानियत के नाते पढ़कर मेरी कोई मदद करें.पत्रकारों, वकीलों,पुलिस अधिकारीयों और जजों के रूखे व्यवहार से बहुत निराश हूँ.मेरे पास चाँदी के सिक्के नहीं है.मैंने कभी मात्र कागज के चंद टुकड़ों के लिए अपना ईमान व ज़मीर का सौदा नहीं किया.पत्रकारिता का एक अच्छा उद्देश्य था.15 साल की पत्रकारिता में ईमानदारी पर कभी कोई अंगुली नहीं उठी.लेकिन जब कोई अंगुली उठी तो दूषित मानसिकता वाली पत्नी ने उठाई.हमारे देश में महिलाओं के हितों बनाये कानून के दुरपयोग ने मुझे बिलकुल तोड़ दिया है.अब चारों से निराश हो चूका हूँ.आत्महत्या के सिवाए कोई चारा नजर नहीं आता है.प्लीज अगर कोई मदद कर सकते है तो जरुर करने की कोशिश करें...........आपका अहसानमंद रहूँगा. फाँसी का फंदा तैयार है, बस मौत का समय नहीं आया है. तलाश है कलम के सच्चे सिपाहियों की और ईमानदार सरकारी अधिकारीयों (जिनमें इंसानियत बची हो) की. विचार कीजियेगा:मृत पत्रकार पर तो कोई भी लेखनी चला सकता है.उसकी याद में या इंसाफ की पुकार के लिए कैंडल मार्च निकाल सकता है.घड़ियाली आंसू कोई भी बहा सकता है.क्या हमने कभी किसी जीवित पत्रकार की मदद की है,जब वो बगैर कसूर किये ही मुसीबत में हों?क्या तब भी हम पैसे लेकर ही अपने समाचार पत्र में खबर प्रकाशित करेंगे?अगर आपने अपना ज़मीर व ईमान नहीं बेचा हो, कलम को कोठे की वेश्या नहीं बनाया हो,कलम के उद्देश्य से वाफिक है और कलम से एक जान बचाने का पुण्य करना हो.तब आप इंसानियत के नाते बिंदापुर थानाध्यक्ष-ऋषिदेव(अब कार्यभार अतिरिक्त थानाध्यक्ष प्यारेलाल:09650254531) व सबइंस्पेक्टर-जितेद्र:9868921169 से मेरी शिकायत का डायरी नं.LC-2399/SHO-BP/दिनांक14-09-2010 और LC-2400/SHO-BP/दिनांक14-09-2010 आदि का जिक्र करते हुए केस की प्रगति की जानकारी हेतु एक फ़ोन जरुर कर दें.किसी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी हेतु मुझे ईमेल या फ़ोन करें.धन्यबाद! आपका अपना रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा"

क्या आप कॉमनवेल्थ खेलों की वजह से अपने कर्त्यवों को पूरा नहीं करेंगे? कॉमनवेल्थ खेलों की वजह से अधिकारियों को स्टेडियम जाना पड़ता है और थाने में सी.डी सुनने की सुविधा नहीं हैं तो क्या FIR दर्ज नहीं होगी? एक शिकायत पर जांच करने में कितना समय लगता है/लगेगा? चौबीस दिन होने के बाद भी जांच नहीं हुई तो कितने दिन बाद जांच होगी?



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